कुंभ 2025: बसंत पंचमी का अमृत स्नान प्रयागराज में, फिर अलर्ट पर क्यों हैं वाराणसी और अयोध्या?

Mahakumbh 2025 में बढ़ती भीड़ की वजह से वाराणसी और अयोध्या में मंदिरों में ‘दर्शन’ के समय को लेकर बदलाव किए गए हैं. वाराणसी के ‘काशी विश्वनाथ मंदिर’ और अयोध्या के ‘राम जन्मभूमि मंदिर’ में श्रद्धालुओं के लिए दर्शन का समय बढ़ा दिया गया है.

बसंत पंचमी के मौके पर ‘अमृत-स्नान’ को लेकर प्रशासन अलर्ट (फोटो: आजतक)
बसंत-पंचमी के मौके पर ‘अमृत स्नान’ को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं (Basant Panchami 2025). महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में बढ़ती भीड़ की वजह से वाराणसी और अयोध्या में मंदिरों में ‘दर्शन’ के समय को लेकर बदलाव किए गए हैं. वाराणसी में ‘काशी विश्वनाथ मंदिर’ और अयोध्या में ‘राम मंदिर’ में श्रद्धालुओं के लिए दर्शन का समय बढ़ा दिया गया है. जिससे ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आ सकें. वहीं, प्रमुख घाटों पर होने वाली ‘गंगा-आरती’ का समय 1 घंटे से घटाकर 10 मिनट कर दिया गया है ताकी ज्यादा भीड़ इकट्ठी न हो सके.
क्या हुए बदलाव?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला प्रशासन ने गंगा आरती के समय के साथ-साथ मंदिरों में दर्शन के समय को लेकर बदलाव किए हैं. वाराणसी के पुलिस कमीश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया,
“वाराणसी में श्रद्धालुओं की संख्या अब रोजाना 30-40 लाख हो गई है. जो महाकुंभ की वजह से है. कई तीर्थयात्री दूसरे राज्यों के हैं. कई श्रद्धालु महाकुंभ में आने से पहले ये योजना बनाकर आते हैं कि कुंभ के साथ-साथ वे वाराणसी, मिर्जापुर, अयोध्या और चित्रकूट में भी दर्शन कर लेंगें.”
आगे उन्होंने बताया,
“काशी विश्वनाथ मंदिर में नियमित दर्शन का समय सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक है, जिसमें सुबह 3 बजे ‘मंगला आरती’ भी शामिल है. भीड़ को कम करने के लिए मंदिर में अब दर्शन का समय सुबह 4 बजे से रात 1 बजे तक कर दिया गया है.”
कमीश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि हर शाम घाटों पर होने वाली ‘गंगा आरती’ का समय अब एक घंटे की जगह 10 मिनट के लिए कर दिया गया है. ये आरती अब सिर्फ प्रतीकात्मक रूप से 10 मिनट के लिए होगी.
वहीं, अयोध्या के राम लला मंदिर में भी दर्शन के समय को लेकर बदलाव हुआ है. अयोध्या के डिवीजनल कमीश्नर गौरव दयाल ने कहा,
“श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए राम लला मंदिर में दर्शन का समय बढ़ा दिया गया है. आम दिनों में भक्तों के लिए दर्शन का समय सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक होता है. लेकिन अब यह सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक है.”
आगे उन्होंने कहा,
“पहले (महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले) मंदिर में प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 70-80 हजार थी. लेकिन अब ये संख्या बढ़कर 3 से 4 लाख हो गई है. लेकिन, अगर हम अयोध्या में रोजाना आने वाले कुल श्रद्धालुओं की बात करें तो यह संख्या अब 10-15 लाख है.”
मंदिर ट्रस्ट ने एक बयान जारी कर आस-पास के जिलों के लोगों से अनुरोध किया है कि वे अगले 15-20 दिनों तक अयोध्या न आएं, ताकि दूसरे राज्यों के तीर्थयात्रियों को परेशानी से मुक्त दर्शन मिल सके.